दिल्ली – {sarokaar news} – मानवाधिकार संगठन नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO) ने मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को उनके द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों को दृष्टिगत रखते हुये पुरुष्कृत किया है,(NCHRO) के चेयरपर्सन प्रोफेसर ए मार्क्स एवं महासचिव प्रोफेसर पी कोया ने जानकारी देते हुये बताया है कि ……..
देश भर के सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए मानवाधिकार कार्यों को पहचानते हुए, मानवाधिकार संगठन नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO) एक मानवाधिकार कार्यकर्ता को वार्षिक मुकुंदन सी मेनन पुरस्कार से सम्मानित करता है। यह पुरस्कार दिवंगत मुकुंदन सी. मेनन की याद में दिया जाता है, जो एक प्रसिद्ध पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता थे। वह एनसीएचआरओ के पहले महासचिव थे। 2005 में उनका निधन हो गया था।
इस वर्ष, प्रो. कल्याणी को एनसीएचआरओ द्वारा स्थापित पुरस्कार के लिए चुना गया है। जूरी डॉ जे देविका (तिरुवनंतपुरम), अधिवक्ता जया विंध्याला (हैदराबाद), श्री. एनपी चेककुट्टी (कोझिकोड), प्रोफेसर. ए मार्क्स (चेन्नई), प्रो. पी. कोया (कोझिकोड), एड. मुहम्मद शरीफ (मंजरी), एड. अंसार इंदौरी (नई दिल्ली), रेनी आयलाइन (तिरुवनंतपुरम), और अधिवक्ता एमके शराफुद्दीन (कोझीकोड) की बनी थी।
देश के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त कई नामांकनों में प्रो. कल्याणी का पहला स्थान है। दलितों के लिए काम करने के लिए पूर्णकालिक कार्यकर्ता बनने से पहले, प्रोफेसर कल्याणी तमिलनाडु के तिंडीवनम के एक सरकारी कॉलेज में फिजिक्स पढ़ाते थे। उन्हें विशेष रूप से तमिलनाडु में इरुलर समुदाय के लिए उनके काम के लिए जाना जाता है।
पुरस्कार में रुपये का नकद पुरस्कार 25000/- और एक प्रशस्ति पत्र शामिल है। यह तमिलनाडु में इरुलर समुदाय को हमारे समर्थन का प्रतीक है।
हम प्रोफेसर कल्याण को बधाई देते हैं, और वर्षों तक किए गए उनके उत्कृष्ट कार्य की सराहना करते हैं।